सबसे पहले तो आप जानना चाहते होंगे गाइनेकोमास्टिया क्या है ? तो बता दें कि पुरुषों के स्तन ग्रंथि के टिश्यू के बढ़ने को गाइनेकोमास्टिया के नाम से जाना जाता है। गाइनेकोमास्टिया की यह समस्या उन पुरुषों में बहुत अधिक होती है जो शैशवावस्था, वयस्क औ या वृद्धावस्था के बीच में हों। पर इस समस्या को लिपोमास्टिया या स्यूडोगाइनेकोमास्टिया से अलग कर दिया जाना चाहिए। लिपोमास्टिया या स्यूडोगाइनेकोमास्टिया पुरुषों के स्तन में वसा जमा होने को कहा जाता है।
गाइनेकोमास्टिया पुरूषों में बहुत कम पाया जाता है। सामान्यतः देखें तो गाइनेकोमास्टिया एक ऐसी स्थिति को कहते है जो कि पुरुषों में एस्ट्रोजन और एंड्रोजन हार्मोन के संतुलन के बिगड़ने के बाद होती है।
जब पुरुषों में एस्ट्रोजन (महिला हार्मोन), एंड्रोजन (पुरुष हार्मोन) की तुलना में बहुत अधिक हो जाता है, तो पुरुषों के शरीर में बदलाव दिखने लगता है। वो गाइनेकोमास्टिया जो कि लड़कों में उनके युवावस्था के समय होता है और जैसे जैसे उम्र बढ़ती जाती है यह समस्या अपने आप ही ठीक हो जाती है इसलिए इसे साइकोलॉजिक गाइनेकोमास्टिया के रूप में भी जाना जाता है तो उम्मीद है कि अब आपको पता चल गया होगा कि गाइनेकोमास्टिया क्या है ?
गाइनेकोमास्टिया के लक्षण क्या हैं?
गाइनेकोमास्टिया क्या है जानने के बाद आइए जानते हैं इसके लक्षणों के बारे में। गाइनेकोमास्टिया का सिर्फ एक लक्षण नहीं होता है बल्कि इसके कई लक्षण होते हैं। आइए कुछ लक्षणों के बारे में विस्तार से जानते हैं:
- गाइनेकोमास्टिया का प्रमुख लक्षण है कि इस दौरान पुरुषों के स्तन में बढ़ोतरी होती है और यह बढ़ोतरी दोनों ही तरफ के स्तन या केवल एक स्तन में भी हो सकती है।
- ग्रंथियों के टिश्यू में भी बढ़ोतरी होती है। इसकी बढ़ोतरी असमान या एक जैसी भी हो सकती है। यह मुख्यतः निप्पल पर निर्भर करता है।
- इस दौरान निप्पल सख्त हो जाते हैं और उनकी बनावट रबड़ जैसी भी हो जाती है।
- इस धारण दर्द भी महसूस हो सकता है और बार बार छूने पर निप्पल नरम और कोमल हो सकते हैं।
लड़कों में गाइनेकोमास्टिया के ये सभी लक्षण युवा होने की प्रक्रिया के समय पर होते हैं और लगभग दो साल तक बने रहते हैं तो अब आप जान चुके होंगे कि गाइनेकोमास्टिया क्या है और इसके लक्षण क्या है। इससे बुखार, सूजन, स्तन का कोमल महसूस होना जैसे भी कई अतिरिक्त लक्षण दिख सकते हैं।
गाइनेकोमास्टिया होने का क्या कारण है?
यह आप जान चुके हैं कि गाइनेकोमास्टिया क्या होता है और इसके होने के क्या कारण होते हैं। गाइनेकोमास्टिया होने के कई कारण हो सकते हैं जिनमें की निम्न शामिल है –
हार्मोन में बदलाव के कारण:
हार्मोन व्यक्ति के शरीर में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता हैं। टेस्टोस्टेरोन और एस्ट्रोजन पुरुष और महिला के लक्षण में भी बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता हैं। टेस्टोस्टेरोन को मेल हार्मोन के रूप में भी जाना जाता है और यह पुरुषों के विभिन्न लक्षणों के लिए जिम्मेदार होता है पर यह महिलाओं में भी मौजूद होता हैं।
उसी तरह महिलाओं में केवल एस्ट्रोजन ही अधिक मात्रा में मौजूद होता है और यही महिला लक्षणों के लिए जिम्मेदार होता है पर ये पुरुषों में भी मौजूद होता हैं। यदि महिलाओं में एस्ट्रोजन का स्तर अधिक है या एस्ट्रोजन की संख्या टेस्टोस्टेरोन से अधिक है तो यह गाइनेकोमास्टिया का कारण बन सकता है उम्मीद है कि अब आप जान चुके हैं कि गाइनेकोमास्टिया क्या है हिंदी में जान चुके हैं और इसके क्या कारण है भी आप जान चुके है पर आइए कुछ और कारणों के बारे में भी जानते हैं।
शराब और ड्रग्स:
नीचे वो पदार्थ लिखे हुए हैं जो गाइनेकोमास्टिया का कारण बन सकते हैं:
- शराब
- मारिजुआना
- हेरोइन
- मेथाडोन
- amphetamines
आपका स्वास्थ्य:
कई स्वास्थ्य स्थितियां या बिमारियां हैं जो कि शरीर के हार्मोनल स्तर को असंतुलित करके गाइनेकोमास्टिया का कारण भी बन सकती हैं। इन बीमारियों या स्वास्थ्य स्थितियों में शामिल है –
- हाइपोगोनाडिज्म(Hypogonadism)
- उम्र बढ़ने के गाइनेकोमास्टिया का खतरा बढ़ना
- ट्यूमर के कारण
- किडनी खराब होने के कारण
- कुपोषण के कारण गाइनेकोमास्टिया होना
- भुखमरी के कारण
- लीवर का काम करना बंद कर देने के भी कारण
- सिरोसिस के कारण
वह कौन सी दवाएं हैं जो गाइनेकोमास्टिया का कारण बनती हैं?
वर्तमान समय में कई ऐसी दवाएं हैं जोकि गाइनेकोमास्टिया का कारण बनती हैं। इनमें से कुछ के बारे में आगे बताया गया है:
एंटी-एंड्रोजन इसी प्रकार की एक दवा है जिसका इस्तेमाल प्रोस्टेट कैंसर, प्रोस्टेट में बढोतरी के कारण, और कुछ अन्य बिमारियों के इलाज के लिए किया जाता है। यह एंटी-एंड्रोजन दवा भी गाइनेकोमास्टिया का कारण बन सकती है। ऐसी और भी दवाएं हैं जिनमें कि फ्लूटामाइड, फाइनस्टेराइड, और स्पिरोनोलैक्टोन (एल्डैक्टोन) शामिल हैं।
गाइनेकोमास्टिया उन पुरुषों में भी हो सकता है जो कि एचआईवी पॉजिटिव हैं क्योंकि उन्हें HAART का भी इलाज किया जाता है। गाइनेकोमास्टिया से जुड़ी सबसे अधिक इस्तेमाल की जाने वाली दवा Efavirenz (Sustiva) है और यह गाइनेकोमास्टिया को पैदा करने के लिए जिम्मेदार है।
डायजेपाम (वैलियम), एंटी-टेंशन मेडिसन जैसे एंटीबायोटिक्स, ट्राइसाइक्लिक एंटीडिप्रेसेंट, कैंसर का इलाज (कीमोथेरेपी), अल्सर की दवा (सिमेटिडाइन), हृदय की दवा (डिगॉक्सिन) दवाएं भी गाइनेकोमास्टिया का कारण बन सकती हैं।
गाइनेकोमास्टिया कितने समय तक रहता है?
यह बीमारी आपके शरीर में कब तक रहेगी इसका निर्धारण हमारा शरीर ही करता है। बिमारी का टिकना उम्र, तबियत और आप कुछ दवाओं के असर पर निर्भर करता है। गाइनेकोमास्टिया जो कि युवावस्था के समय होता है वह अपने आप ठीक हो सकता । और इसके ठीक होने में 6 महीने से 3 साल तक का समय लग सकता है।
गाइनेकोमास्टिया का इलाज कैसे करें?
1. दवाएं के माध्यम से इलाज:
गाइनेकोमास्टिया का इलाज दवाओं के माध्यम से भी संभव है। निम्न दवाओं का इस्तेमाल इसके इलाज में किया जाता है –
- टैमोक्सीफेन (सोल्टामोस)
- रालोक्सिफ़ेन (एविस्टा)
- एरोमाटेज़ इनहिबिटर (एरिमाइडेक्स)
ये दवाएं ब्रेस्ट कैंसर के इलाज में भी मदद कर सकती हैं और पुरुषों में गाइनेकोमास्टिया के इलाज में भी बहुत अधिक मददगार साबित होती हैं।
2.सर्जरी के माध्यम से इलाज:
गाइनेकोमास्टिया के इलाज के लिए कई की सर्जरी भी की जाती हैं:
लिपोसक्शन सर्जरी:
इसमें स्तन के क्षेत्र से एक्स्ट्रा चर्बी को हटा दिया जाता है लेकिन स्तन ग्रंथि के टिश्यू को हटाया नहीं जाता है।
मास्टेक्टॉमी: यह सर्जरी स्तन ग्रंथि के टिश्यू को हटाने के लिए की जाती है और इस सर्जरी से ठीक होने में बहुत ही कम समय लगता है।
नॉनसर्जिकल
नॉनसर्जिकल तरीके की समस्या यौवन के समय पर होती हैं। यह रोग 6 महीने से 3 साल के भीतर अपने आप ही ठीक हो जाता है।
भारत में गाइनेकोमास्टिया सर्जरी की लागत कितनी है?
भारत में गाइनेकोमास्टिया सर्जरी की औसत लागत लगभग 280,000 – 350,000 INR है।
गाइनेकोमास्टिया से कैसे छुटकारा पाएं?
गाइनेकोमास्टिया से अगर आप छुटकारा पाना चाहते हैं तो उसके लिए मारिजुआना जैसी किसी भी तरह की दवा नहीं लेनी चाहिए। इसके साथ ही शरीर में एस्ट्रोजन के लेवल को कम करने का प्रयास करना चाहिए। यह प्रयास वसा को कम करके भी किया जा सकता है क्योंकि शरीर में अधिक चर्बी या फैट होने पर एस्ट्रोजन का लेवल बहुत अधिक बढ़ जाता है।
क्या गाइनेकोमास्टिया को ठीक किया जा सकता है?
गाइनेकोमास्टिया कोई बहुत बड़ी और गंभीर बीमारी नहीं है। और हाँ यह अपने आप भी ठीक हो जाता है पर ठीक होने में लगभग 6 महीने का भी समय लग सकता है।
हमारा ही चयन क्यों?
Artius Clinic सबसे अच्छी सेवा प्रदान करती है और यह क्लीनिक प्लस और लंबे अनुभव के लिए भी जाना जाता है। और अगर आप मुंबई में बहुत अच्छी क्वालिटी वाले, और बेहद किफ़ायती पार्टी करवाना चाहते हैं तो आर्टियस आपकी पहली पसंद होनी चाहिए। मुंबई में बालों के इलाज के बढ़ते खर्च के बावजूद, आर्टियस बहुत ही अच्छा परिणाम देने का काम करता है। Artius clinic अपने रोगियों का बहुत अधिक ध्यान देता है।